पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल, में लगभग 206 किलोमीटर आमान परिवर्तन का कार्य तीव्रगति से किया जा रहा है । ये 3 रेलखण्ड निम्नानुसार हैं :- सकरी-निर्मली (51 किमी), झंझारपुर-लौकहा बाजार (43 किमी) एवं सहरसा-फारबिसगंज (111 किमी)। इस परियोजना पर लागत लगभग 1471 करोड़ रूपए है।
सकरी–निर्मली आमान परिवर्तन
सकरी-निर्मली रेलखण्ड में सकरी-मंडन मिश्र हॉल्ट (11 किमी), मंडन मिश्र हॉल्ट-झंझारपुर (09 किमी), झंझारपुर-तमुरिया (09 किमी) का कार्य पूरा हो चुका है । शेष रेलखण्ड – तमुरिया-घोघरडीहा (11किमी) एवं घोघरडीहा-निर्मली (11किमी)-का कार्य वर्ष 2022 में पूरा कर लिए जाने की संभावना है ।
झंझारपुर-लौकहा बाजार आमान परिवर्तन भी वर्ष 2022 में पूरा कर लिए जाने की संभावना है ।
सहरसा–फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन
111 किलोमीटर लंबे सहरसा-फॉरबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत अब तक कुल 83 किमी आमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर लिया गया है । ये रेलखण्ड निम्नानुसार हैं :-
सहरसा-गढ़बरूआरी (16 किमी),
गढ़बरूआरी-सुपौल (11 किमी),
सुपौल-सरायगढ़ (25 किमी),
सरायगढ़-राघोपुर (11 किमी) एवं
राघोपुर-ललितग्राम (20 किमी)
इस परियोजना का शेष कार्य – ललितग्राम-नरपतगंज-फॉरबिसगंज (29 किमी) – वर्ष 2022 में पूरा कर लिए जाने की संभावना है ।
फारबिसगंज तक रेल कनेक्टिविटी होने के बाद कोसी- मिथिलांचल क्षेत्र का सीधा रेलसंपर्क जोगबनी, कटिहार और गुवाहाटी से उपलब्ध हो जाएगा।
दरभंगा से झंझारपुर, निर्मली रूट की ट्रेन कोसी रेल महासेतु, सरायगढ़ और राघोपुर होकर फारबिसगंज पहुंच जाएगी । दरभंगा एवं सहरसा क्षेत्र के लोगों को गुवाहाटी के लिए वैकल्पिक रेलमार्ग उपलब्ध हो जाएगा ।