उत्तर मध्य रेलवे महाप्रबंधक ने संरक्षित ट्रेन संचालन और माल लदान प्रदर्शन की समीक्षा की

दिनांक 08.09.20 को, महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे के सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज, झांसी और आगरा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संरक्षित ट्रेन संचालन, माल लदान, गुड्स शेड में दीर्घकालिक बुनियादी ढांचे में सुधार कार्यों और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की स्थिति की समीक्षा की।

ट्रेनों के संरक्षित मार्ग के लिए ट्रैक पर स्थापित स्थापनाओं जैसे ओएचई मास्ट, सिग्नल, प्लेटफार्मों पर आधारभूत संरचना के कार्य , एफओबी आदि की निर्धारित दूरी को सिड्यूल आफ डायमेंशन  (एसओडी) की अनुसूची के तहत निर्धारित किया जाता है, जो प्रत्येक आइटम के लिए न्यूनतम निर्धारित दूरी है और ट्रैक के साथ विभिन्न इन्सटालेशन के लिए रेलवे द्वारा पालन किया जाता है। ट्रेन संचालन में संरक्षा की समीक्षा करते हुए; महाप्रबंधक ने मण्डलों को निर्देशित करते हुये कहा कि ट्रैक पर स्थापित महत्वपूर्ण स्थापनाओं की वास्तविक दूरी सिड्यूल आफ डायमेंशन  (एसओडी) के अनुरूप है या नहीं की जाँच करने हेतु एक संरक्षा अभियान चलाया जाये।

रेलवे संचालन और रखरखाव के लिए आवश्यक संरक्षा वस्तुओं की खरीद और परीक्षण में बहुत कड़ी प्रक्रिया का पालन करता है। महाप्रबंधक चौधरी ने बल देते हुये कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि खरीद के साथ-साथ उपयोगकर्ता विभाग इन सामग्रियों के प्रदर्शन का समुचित रिकॉर्ड रखें तथा यह भी निर्देशित किया  कि किसी भी प्री मेच्योर फेलियर, वारंटी विफलता के मामलों आदि को नियमित रूप से रिपोर्ट करने और तार्किक निष्कर्ष द्वारा संचालन और रखरखाव गतिविधियों में केवल उच्च गुणवत्ता सामग्री का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कहा ।

वीडियो कॉन्फ्रेंस में उत्तर मध्य रेलवे के लदान प्रदर्शन की भी समीक्षा की गई। महाप्रबंधक ने बेहतर लदान के लिए सभी विभागों और मण्डलों की प्रशंसा की और कहा कि हमें इस गति को बनाए रखने के लिए अपना प्रयास निरंतर जारी रखना होगा। कोविड -19 स्थिति के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे ने वर्ष 2019 की समान अवधि की तुलना में पिछले तीन महीनों यानी जून, जुलाई और अगस्त-2020 में लगातार बेहतर लदान दर्ज की है।

उत्तर मध्य रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान  अगस्त -20  तक 5.88 मिलियन टन माल लदान किया है और वर्ष 2020-21 के लिए 16.94 मिलियन टन का समग्र लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सितम्बर 20 से मार्च -21 अवधि में 11.06 मिलियन टन अधिक लदान करने का लक्ष्य रखा है। उत्तर मध्य रेलवे ने अगस्त 20 तक, 639.62 करोड़ रुपये का माल भाड़ा राजस्व अर्जित किया है। जो अप्रैल से अगस्त 2019 तक के 596.86 करोड़ रुपये के माल भाड़े से 42.76 करोड़ रुपये अधिक है।

माल लदान बढ़ाने के लिए, उत्तर मध्य रेलवे ने कई कदम उठाए हैं जिनमें BDU का गठन, मालगाड़ी की औसत गति में वृद्धि, गुड्स शेड में अल्पावधि इनपुट आदि शामिल हैं। गुड्स शेड में तत्काल सुधार कार्य पूरा करने के बाद, उत्तर मध्य रेलवे अब दीर्घकालिक कार्य कर रहा है, उत्तर मध्य रेलवे में गुड्स शेड के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष 2020-21 में बुनियादी ढांचे में निम्नलिखित महत्वपूर्ण सुधार कार्यों को मंजूरी दी गई है:

क्रम स.मण्डलकार्य का नामस्वीकृत कार्य की लागत (लाख में)
1आगरालोडिंग / अनलोडिंग के लिए रामगढ़ स्टेशन पर प्लेटफार्म का विस्तार, हाई मास्ट लाइट और मर्चेंट रूम सुविधाओं का प्रावधान।247.4  
2प्रयागराजमाल की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए कुरस्तालीकलां में माल साइडिंग प्लेटफॉर्म का प्रावधान।244.7
3प्रयागराजपनकी धाम में माल की लोडिंग और अनलोडिंग क्षेत्र का सुधार।236.0
4प्रयागराजपरिवर्तित लाइन नंबर 14 को अतिरिक्त डीडी लाइन में परिवर्तन तथा माल लोडिंग सतह में सुधार248.5
5प्रयागराजअलीगढ गुड्स शेड का उच्चीकरण एवं सुधार236.2
6प्रयागराजशिकोहाबाद गुड्स शेड का उच्चीकरण एवं सुधार249.2
7प्रयागराजअनुपयोगी स्लीपर के प्रयोग से सीपीसी कानपुर गुड्स शेड का उच्चीकरण एवं सुधार220.0
8प्रयागराजप्रयागराज छिवकी गुड्स शेड का उच्चीकरण एवं सतह के सुधार कार्य ।  248.5
9प्रयागराजअनुपयोगी पीएससी स्लीपर के प्रयोग से मैनपुरी गुड्स शेड में प्लेटफार्म के सुधार का कार्य85.0
10 झांसीटिकमगढ़ में लोडिंग/अनलोडिंग के कार्य को सुविधाजनक बनाने हेतु कार्य38.0
वर्ष 2020-21 में स्वीकृत कुल गुड्स शेड का बुनियादी ढांचा के  कार्य लाख रुपये में2053.5

उत्तर मध्य रेलवे अगले एक साल के भीतर इन कार्यों को पूरा करने के लिए मिशन मोड में कार्य कर रहा है।

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