वीडियो लिंक के माध्यम से सम्बोधित करते हुये रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि नौगढ़ के समीप लुम्बिनी में महात्मा बुद्ध का जन्म होने एवं इस क्षेत्र से उनके जीवन घटनाओं से जुड़े होने के कारण जन-आकांक्षाओं को देखते हुये नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम सिद्धार्थनगर रखा गया। इसके लिये उन्होंने सभी को बधाई दी।
यहां बौद्ध तीर्थयात्री काफी संख्या में लुम्बनी के लिये आते है। इस क्षेत्र को यूनेस्को द्वारा वल्र्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया है। खलीलाबाद से बहराइच वाया डुमरियागंज-उतरौला-बलरामपुर-श्रावस्ती 240 किमी. लम्बी नई रेल लाइन निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई है। इस परियोजना के पूरा होने से सन्त कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, बहराइच एवं गोण्डा जनपदों के विकास में तेजी आयेगी।श्री गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले छः वर्षों में 460 किमी. नई रेल लाइन निर्माण, 531 किमी. दोहरीकरण तथा 489 किमी. आमान परिवर्तन का कार्य पूरा किया गया। इसी प्रकार 4682 किमी. रेलपथ का विद्युतीकरण भी पूरा किया गया। इससे रेल गाड़ियों को तेज गति से चलाया जा सकेगा तथा पर्यावरण भी संरक्षित रहेगा।
अनारक्षित समपारों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकनेे के लिये उत्तर प्रदेश में सभी 1404 अनारक्षित समपारों को समाप्त किया गया। श्री गोयल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले छः वर्षों में आधारभूत संरचना के विकास हेतु रू. 10 हजार 6 सौ करोड़ का आवंटन किया जो उससे पूर्व के वर्षों से लगभग नौगुना अधिक है।
रेल मंत्री ने कहा कि वैष्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिये देशव्यापी लाॅकडाउन के कारण यात्री गाड़ियों का संचलन बन्द करना पड़ा, परन्तु देश में खाद्य एवं अन्य आवष्यक सामग्रियों की आपूर्ति के लिये मालगाड़ियों एवं पार्सल गाड़ियों का संचलन निर्बाध रूप से जारी रहा, जिससे लोगों तक आवष्यक सामग्रियों की आपूर्ति हो सकी तथा बिजली घरों को कोयला पहुॅच सका। प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिये श्रमिक विशेष गाड़ियों का संचलन आरम्भ किया गया। उत्तर प्रदेश में कुल 1661 श्रमिक विशेष गाड़ियाँ आईं, जिनके माध्यम से लगभग 22 लाख 40 हजार यात्री यहाँ आये।
उत्तर प्रदेश से भी 191 श्रमिक विशेष गाड़ियों के माध्यम से 2 लाख 50 हजार यात्री विभिन्न राज्यों को भेजे गये। उत्तर प्रदेश में 270 रेल कोच को कोविड केयर कोच में परिवर्तित कर विभिन्न स्टेशनों पर रखा गया है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे चिकित्सालय में 6 कोविड लेवल-। एवं 5 लेवल-2 का वार्ड बनाकर कोविड मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 67 रेल परियोजनाओं में यहाँ आये प्रवासी श्रमिकों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
रेल मंत्री ने कहा कि माल लदान में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। सितम्बर, 2020 में लोडिंग पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 80 प्रतिशत अधिक है। रेल मंत्री ने कहा कि माडर्न रेल कोच फैैक्ट्री, रायबरेली में अन्त्योदय, हमसफर, दीनदयालु एवं एलएचबी कोच बनाये जा रहे है और फैक्ट्री ने गत वर्ष कोचों का उत्पादन दोगुना कर दिया जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
इस अवसर पर सांसद श्री जगदम्बिका पाल ने रेलमंत्री श्री पीयूष गोयल को हार्दिक धन्यवाद देते हुए कहा कि जनआकाक्षंाओं को देखते हुए नौगढ़ स्टेशन का नाम सिद्धार्थनगर किया गया। इससे वर्षों से क्षेत्रीय जनता की बहुप्रतिक्षित मांग पूरी हुई। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र गौतम बुद्ध के बाल्यावस्था की घटनाओं से जुड़ा है। श्री पाल ने कहा कि रेलवे ने लाॅकडाउन के दौरान श्रमिक विशेष गाड़ियां चलाकर प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुॅचाया। पाॅच हजार कोचों को कोविड केयर कोच में परिवर्तित किया गया। खलीलाबाद-बहराइच नई लाइन (240 किमी.) निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गयी है। इससे क्षेत्र के चार आकांक्षी जिलों के विकास को गति मिलेगी। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय जनता की मांगों से रेल मंत्री को अवगत कराया।
अतिथियों का स्वागत करते हुये मण्डल रेल प्रबन्धक/लखनऊ मोनिका अग्निहोत्री ने कहा कि क्षेत्रीय जनता की मांग को देखते हुये जिला मुख्यालय स्टेशन नौगढ़ रेलवे स्टेशन का नाम सिद्धार्थनगर रखा गया है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रूप से काफी समृद्ध है। इस स्टेशन पर आदर्ष स्टेशन के अनुरूप सभी यात्री सुविधाएं उपलब्ध करा दी गयी है। कार्यक्रम को यू-ट्यूब के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया।
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