कोविड -19 प्रबंधन हेतु क्षमता वृद्धि के अतिरिक्त, कोविड रोगियों और रेलवे कर्मचारियों के मध्य विश्वास पैदा करने की दिशा में किये गये कई प्रयास
उत्तर मध्य रेलवे ने रेलवे अस्पतालों में ऑक्सीजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए उठाए ठोस कदम
दिनांक 15.10.2020 को, उत्तर मध्य रेलवे के चिकित्सा विभाग द्वारा कोविड -19 प्रबंधन पर एक वेब-आधारित सेमिनार आयोजित किया गया। महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे श्री राजीव चौधरी और महानिदेशक रेलवे स्वास्थ्य सेवा, रेलवे बोर्ड डॉ बी पी नंदा की अध्यक्षता में, इस वेब-आधारित संगोष्ठी में सभी रेलों के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक, चिकित्सा निदेशक, डॉक्टरों और रेलवे बोर्ड और जोनल रेलवे के अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
इस वेबिनार में प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक उत्तर मध्य रेलवे डॉ आनंद टंडन ने महानिदेशक रेलवे स्वास्थ्य सेवा, महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे और रेलवे बोर्ड और जोनल रेलवे के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी ने कोविड -19 प्रबंधन में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों को साझा किया। श्री चौधरी ने अपने संक्षिप्त संबोधन में उत्तर मध्य रेलवे पर योजना और प्रारंभिक कदम, बुनियादी ढांचे में वृद्धि, फेस कवर सैनिटाइजर, पीपीई कवरॉल का आंतरिक स्रोतों से उत्पादन, आइसोलेशन डिब्बों के रूपांतरण, अस्पतालों के उन्नयन, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और कोविड के लिए गुणवत्ता नियंत्रण, लाकडाउन के दौरान टेलीमेडिसिन की सुविधा, मरीजों और रेलवे कर्मचारियों के बीच विश्वास बढ़ाने के उपाय आदि जैसे आवश्यक इंतजामों के बारे में बताया। ।
इस सत्र में डॉ विनीत अग्रवाल चिकित्सा निदेशक सेंट्रल हॉस्पिटल प्रयागराज द्वारा उत्तर मध्य रेलवे के कोविड -19 प्रबंधन के बारे में जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, समन्वय, सेवाओं और शिक्षाओं को विस्तार से बताते हुये प्रस्तुतिकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण में कोविड -19 रोगियों के उपचार के अलावा कोविड लेवल-॥ रेलवे अस्पतालों में प्रदान की जा रही आहार सुविधा, कपड़े धोने, जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन, सुरक्षा, एम्बुलेंस आदि जैसी सेवाएं भी शामिल थी। इसके बाद कोविड -19 से लड़ाई के विषय में एक विस्तृत प्रस्तुति डॉ एस के हांडू अपर मुख्य स्वास्थ्य निदेशक सेंट्रल हॉस्पिटल द्वारा की गई। उन्होंने केंद्रीय अस्पताल में 100 बेडों के कोविड लेवल II वार्ड और 75 बिस्तरों वाले गैर कोविड वार्ड और मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए ट्राइएज वार्ड और बुखार क्लिनिक में बदलने के लिए किये गये कार्यों की जानकारी दी। मौजूदा संसाधनों के अलावा, 22 अतिरिक्त डॉक्टर, 50 से अधिक पैरामेडिकल और अन्य कर्मचारी, 6 वेंटिलेटर, 10 एचएफएनओ, आईसीयू में 11 बेड, कोविड -19 वार्ड के लिए अलग एक्स रे मशीन, कोविड -19 परीक्षण सुविधा आदि को सेंट्रल हास्पिटल प्रयागराज में उपलब्ध कराया गया और कोविड के साथ-साथ गैर कोविड मरीजों को चिकित्सा प्रदान करने के लिए इसी तरह की सुविधायें झांसी और अन्य रेलवे अस्पतालों में भी बढ़ाई गई हैं।
कोविड -19 मामलों से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे और क्षमता में वृद्धि के अलावा रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों के बीच विश्वास निर्माण हेतु कई कदम उठाए गए हैं। ऐसी ही एक पहल में व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जहां सभी नए मरीजों को उनके परिवार के सदस्यों और डॉक्टर के साथ के साथ जोड़ा जाता है ताकि मरीजों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ इलाज, मरीज की स्थिति और आगे की सम्भावनाओं के बारे में वास्तविक स्थिति को साझा किया जा सके। मरीज इस समूह का उपयोग अस्पताल से अपनी रचनात्मकता, शौक आदि को अपने परिवार के सदस्यों के साथ साझा करने के लिए भी कर रहे हैं। उत्तर मध्य रेलवे राज्य सरकार के सहयोग से कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे कॉलोनियों और अन्य क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वेक्षण कर रहा है। इसके उपरान्त सत्र में, उत्तर मध्य रेलवे पर कोविड -19 प्रबंधन में रेडियोलॉजी और लैब परीक्षण के क्षेत्र में उठाए गए कदमों पर सीनियर डीएमओ रेडियोलॉजी डॉ गौतम सेन और सीनियर डीएमओ माइक्रोबायोलॉजी डॉ उषा यादव द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं।
उत्तर मध्य रेलवे की मेडिकल टीम ने रेलवे बोर्ड और जोनल रेलवे को ऑक्सीजन सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। प्रयागराज और झाँसी कोविड लेवल -II वार्डों की कुल 200 बेड में से 47 बेड सेंट्रलाइज पाइप्ड मल्टीफोल्ड ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था से सुसज्जित हैं और शेष 153 बेड के साथ व्यक्तिगत ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराये गये हैं। 10000 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए एनसीआर द्वारा ऑर्डर किया गया है और सभी महत्वपूर्ण वस्तुओं के स्टॉक की दैनिक आधार पर निगरानी की जाती है। इसके अलावा उत्तर मध्य रेलवे केंद्रीय अस्पताल प्रयागराज में लिक्विड ऑक्सीजन संयंत्र लगाने पर भी विचार किया जा रहा है जिसके लिए व्यवहार्यता अध्ययन हो रहा है।
इस अवसर पर बोलते हुए महानिदेशक आरएचएस डॉ बी पी नंदा ने उत्तर मध्य रेलवे को कोविड -19 के व्यापक प्रबंधन के लिए बधाई दी और वेबिनार के दौरान की गई जानकारीपूर्ण प्रस्तुतियों के लिए डॉक्टरों की टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय रेलवे द्वारा इस तरह के ज्ञानवर्धक सत्र इस महामारी में कुशल प्रबंधन में बहुत फायदेमंद हैं।