भारतीय रेल के तीन प्रमुख डिपों क्रमशः भिलाई यार्ड, दीनदयाल उपाध्याय एवं न्यू कटनी जंक्शन में वैगनों का अनुरक्षण करके रूटीन ओवर हॉलिंग आउट टर्न किया जाता है। कोविड की कठिनाइयों के बावजूद भी न्यू कटनी जंक्शन डिपो ने अपना वैगनों का आरओएच आउटटर्न को उच्चतम बनाये रखने में अव्वल रहा है। गौरतलब है कि पमरे के न्यू कटनी जंक्शन डिपो में माह सितंबर 2021 में औसतन 700 रेलवे वैगनों के रूटीन ओवर हॉलिंग करके आउटटर्न का उपलब्धि हासिल की है। जबकि की दीनदयाल उपाध्याय ने सितंबर माह में औसतन 452 वैगनों का आरओएच आउटटर्न और भिलाई इस्पात संयंत्र ने औसतन 671 वैगनों का आरओएच आउटटर्न किया गया है। इस प्रकार न्यू कटनी जंक्शन भारतीय रेल के तीनों डिपों में वैगनों के आरओएच आउटटर्न में अव्वल रहा है।
पमरे महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में एवं प्रमुख मुख्य यांत्रिकी अभियंता के नेतृत्व में और मण्डल रेल प्रबंधक जबलपुर के द्वारा माल गाड़ियों के वैगन आउटटर्न में उल्लेखनीय प्रगति की गई है। उल्लेखनीय है कि मालगाड़ी के वैगनों में प्रतिवर्ष नियमित अंतराल (18 या 24 के माह बाद) के उपरांत रूटीन ओवर हॉलिंग (ROH) किया जाता है। जिसमें कोयला वैगनों (BOXN) का 18 महीने और सीमेंट वैगनों (BCN) को 24 महीने के अंतराल में मरम्मत कार्य किया जाता है। न्यू कटनी जंक्शन आरओएच डिपों में BOXN वैगनों का अनुरक्षण करके महत्वपूर्ण कार्य किये जाते है।
पमरे के फ्रेट डिपो में वैगनों की मरम्मत कई महत्वपूर्ण कार्य किये जाते हैं :-
- वैगनों के अनुरक्षण में ब्रेक पाइप लाइन रिपेयर, बॉडी रिपेयरिंग के साथ वैगनों की सतह एवं दरवाजों को ठीक से जाँचना, वैगनों को जोड़ने वाली कपलिंग की रिपेयरिंग और व्हील एक्सल की रिपेयरिंग इत्यदि की मरम्मत की जाती है।
- वैगनों की सभी प्रकार के परीक्षण करना और अल्ट्रासोनिक पद्धति से एक्सल का पैरामीटर मापन करके साथ ही साथ व्हील के गेज की सही प्रोफाइलिंग कर उसकी संरक्षा मजबूत की जाती है।
- वैगन रखरखाव के लिए इंडियन रेलवे वैगन मैनेजमेंट सिस्टम द्वारा वैगन सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसमें उस वैगन के अनुरक्षण की सभी जानकारी के साथ वैगन के अगले अनुरक्षण की जानकारी भी दी जाती है।
इस रिकॉर्ड अनुरक्षण पर नवागत महाप्रबंधक पमरे ने मण्डल रेल प्रबंधक, जबलपुर और न्यू कटनी जंक्शन डिपो सहित यांत्रिक विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य की सराहना की है